छपरा में सुबह-सुबह ताबड़तोड़ फायरिंग, नामी वकील और उसके बेटे की गोली मारकर हत्या; इलाके में दहशत
जमीनी विवाद की दुश्मनी में पिता-पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है. अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है
छपरा में सुबह-सुबह दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के स्टेट हाईवे मेथवलिया के पास आज सुबह छपरा के जाने-माने अधिवक्ता पिता और उनके पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। पिता-पुत्र दोनों वकालत करते हैं। मृतक राम अयोध्या राय विधि मंडल के अधिवक्ता बताए जा रहे हैं।
गोली लगने से मौके पर ही पिता -पुत्र की मौत हो गई थी। घटना को अंजाम देने के बाद दो बाइक पर सवार पांच अपराधी फरार हो गए। हालांकि, आनन फानन में स्थानीय लोगों द्वारा पिता पुत्र को छपरा सदर अस्पताल लाया गया। वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही उनके परिवार के लोग अस्पताल पहुंच गए और शव को देखते ही कोहराम मच गया।
काफी संख्या में अधिवक्ता भी अस्पताल पहुंचे हुए हैं और वहां हंगामा की स्थिति है। अस्पताल में काफी अफरा तफरी मची हुई है। घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक छपरा विधि मंडल के अधिवक्ता 68 वर्षीय राम अयोध्या राय अपने पुत्र अधिवक्ता 35 वर्षीय सुनील राय के साथ मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मेथवालिया स्थित अपने घर से बाइक से सुबह में कोर्ट आ रहे थे। घर से करीब हुए आधा किलोमीटर की दूरी पर पहुंचे हुए थे कि दुधालिया पुल (छपरा सेंट्रल स्कूल) के पास अपराधियों ने पिता-पुत्र पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
राम अयोध्या राय के सिर में गोली लगी है, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वही उनके पुत्र सुनील राय को बदमाशों ने तीन गोली मारी। उन्हें सीना, पेट एवं गर्दन में गोली लगी। इसके बाद उनकी भी मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि, इसके बाद भी स्थानीय लोगों द्वारा पिता पुत्र को सदर अस्पताल लाया गया। वहां पर चिकित्सक ने प्रारंभिक जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। पिता पुत्र की हत्या के बाद विधि मंडल में भी अफरा तफरी मच गई और काफी संख्या में अधिवक्ता छपरा सदर अस्पताल पहुंच गए।
वहीं घटना की सूचना मिलने पर एसपी डॉक्टर कुमार आशीष के निर्देश पर पुलिस आसपास के इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी है। फिलहाल घटना का कारण पता नहीं चल सका है, क्योंकि परिवार में कोहराम मचा हुआ है और कोई भी कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है। संभावना जताई जा रही है कि पूर्व के दुश्मनी के कारण हत्या की घटना घटित हुई है।
जघन्य हत्याकांड की घोर निंदा करते हुए सरकार से मांग करते हैं कि अविलंब मृतक के आश्रितों को 50 लाख रुपया मुहैया कराई जाए ताकि परिवार का भरण पोषण हो सके।
साथ ही त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार कर कठोरतम सजा दी जाए ताकि राज्य में सरकार एवं न्याय प्रणाली पर आम लोगों का भरोसा बनी रहे ।
हत्या मामलें में पुलिस ने क्या कहा?
सारण पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पुलिस को सूचना मिली कि सुबह घोष कॉलोनी के पास कुछ हथियारबंद हमलावरों ने राम अयोध्या प्रसाद यादव और उनके बेटे सुनील यादव को गोली मार दी है. पुलिस मौके पर पहुंचती, इससे पहले आरोपी वहां से फरार हो चुके थे. पुलिस के आने से पहले स्थानीय लोगों ने पिता-पुत्र को अस्पताल पहुंचा दिया था. हालांकि, वहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने कहा कि अन्य दो आरोपियों की तलाश जारी है.