खान सर सहित पटना के कई कोचिंग संस्थानों पर लगा ताला, पटना जिला प्रशासन ने पाई कई खामियां
PATNA: दिल्ली कोचिंग हादसा तूल पकड़े हुए हैं। इस घटना के बाद सभी राज्यों के कोचिंग संस्थानों की जांच की जा रही है। बिहार के सभी राज्यों के कोचिंग संस्थानों की भी जांच हो रही है। इसी कड़ी में पटना में भी बीते दिन से कोचिंग संस्थानों की जांच की जा रही है। जो भी कोचिंग जांच की कसौटी पर नहीं उतर रहे हैं उनको बंद कर दिया जा रहा है। वहीं आज राजधानी पटना के कई कोचिंग सेंटरों पर अचानक ताला बंद होने से कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को कोचिंग के मुख्य द्वार से ही लौटना पड़ा है।
दरअसल, बुधवार को अपने कोचिंग के तय समय पर छात्र छात्राएं पढ़ने पहुंचे। जहां गेट पर एक पर्ची में लिखा पाया गया कि किसी कारण से एक दिन के लिए क्लास स्थगित किया गया है पुनः अगले दिन से कोचिंग खुलेगा। ये नजारा पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र के मुसल्लहपुर इलाके के खान सर कोचिंग सहित दर्जनों (उस परिसर में स्थित) कोचिंग संस्थान का दिखा। सभी कोचिंग सेंटरों पर ताला लगा था। जिससे छात्रों में हड़कंप मच गया।
बता दें कि, जिलाधिकारी पटना डॉ चंदशेखर सिंह के नेतृत्व में 5 सदस्यीय जांच टीम मंगलवार की सुबह से देर रात तक कोचिंग संस्थानों के छात्र हित में सुरक्षा मानकों की जांच करते नजर आए। पटना के सबसे व्यस्ततम इलाके पीरबहोर स्थित नयाटोला गोपाल मार्केट में स्थित दर्जनों निजी कोचिंग सेंटरों पर एसडीएम पटना के नेतृत्व में अग्निशमन अधिकारी,शिक्षा विभाग अधिकारी, लॉ एंड आर्डर डीएसपी सहित पुलिसकर्मियों ने संस्थानों के सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से जांच की है। इस दरम्यान कई अनियमितताएं पाई गई है। जिसको 2 दिनों में सुधार कर लेने का समय जिला प्रशासन की जांच टीम ने दिया है।
वहीं इस जांच में दोषी पाए गए और नियमो की अवहेलना करने वाले कोचिंग सेंटर पर कार्रवाई के तहत सील करने की प्रक्रिया भी करने की बात सामन आ रही है। छात्रों ने बताया कि जिलाधिकारी की ओर से ये अच्छी पहल है जो छात्र हित के लिए है। ऐसे में छात्र छात्राएं इस जांच का समर्थन कर रहे हैं। बताते चले कि देश की राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव ias स्टडी सेंटर के बेसमेंट में अचानक वाटर लॉगिंग में तीन पढ़ाई करने वाले अभ्यर्थियों की जाने गई। जिसके बाद सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है। फिलहाल देखने वाली बात ये होगी कि इस घटना के बाद जागी सरकार की ये कार्रवाई छात्र हितों में क्या कुछ बदलाव लाता है।