PATNA : बिहार सरकार के प्रावैधिकी एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डॉक्टर संतोष कुमार सुमन ने कहा कि कांग्रेस नेशनल कांफ्रेंस के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान-समर्थक सरकार बनवाना चाहती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा-370 हटा कर न केवल अलगाववाद की कमर तोड़ी, बल्कि वंचितों के लिए आरक्षण भी सुनिश्चित किया, जबकि कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस न वंचितों को आरक्षण देना चाहते हैं, न कश्मीर में शांति।
डॉक्टर सुमन ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल मोदी सरकार का विरोध करने की हद पार कर देश -विरोधी ताकतों से हाथ मिलाने की राजनीति पर उतर आए हैं। वे सत्ता के लालच में देश को गृहयुद्ध में धकेलना चाहते हैं, इसलिए भारत में बांग्लादेश जैसी घटना दोहराने का खतरनाक इरादा जाहिर करते हैं। राहुल गाँधी देश विरोधी वैश्विक शक्तियों से संचालित हो रहे हैं। डॉक्टर सुमन ने कहा कि कांग्रेस ने बांग्लादेश जैसी घटना की “सम्भावना” पर सलमान खुर्शीद और मणिशंकर अय्यर के बयानों का अब तक खंडन नहीं किया। अब कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में धारा-370 की वापसी कर राज्य को फिर से आतंकवाद को बढावा देना चाहती है।
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने जम्मू-कश्मीर को धारा-370 और 35-ए से मुक्ति दिलाकर आतंकवाद और पत्थरबाजी पर रोक लगायी, जबकि कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस अलगाववादियों के वोट से सत्ता पाने के लिए धारा-370 हटाने का विरोध कर रहे हैं। डॉक्टर सुमन ने कहा कि कांग्रेस राज में असंवैधानिक ढंग से लागू धारा-370 के चलते जम्मू-कश्मीर के दलितों-पिछड़ों को केंद्र सरकार की आरक्षण नीति का लाभ नहीं मिलl
डॉक्टर सुमन ने कहा कि समाज में असमानता, असंतोष फैलाकर देश में गृहयुद्ध की पृष्ठभूमि तैयार करने के लिए कांग्रेस ने जेएनयू के टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन किया। उसके छात्र नेता को पार्टी में शामिल किया। दिल्ली से लोकसभा का टिकट दिया। खालिस्तान समर्थकों से हाथ मिलाए, किसान आंदोलन को हवा दी और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बहाने आर्थिक अराजकता फैलाने की कोशिश की।