MUZAFFARPUR : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पहले से ही कई कानूनी पचड़े में फंसे हैं। अब उन्होंने अपने खिलाफ एक और मुश्किल बुला ली है। इस बार मामला पैसे को लेकर नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर उनके एक पोस्ट से जुड़ा है। जिसको लेकर लालू प्रसाद के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में अवमानना का परिवाद दर्ज किया गया है। लालू प्रसाद के खिलाफ यह परिवाद चर्चित अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने दर्ज किया है। न्यायालय में इस मामले की सुनवाई 24 अक्टूबर को निर्धारित की गई है।
दो दिन पहले लालू यादव के सोशल मीडिया अकाउंट से बिहार में बलात्कार सहित कई गंभीर आरोप लगाकर सरकार पर हमला बोला गया था। लालू यादव ने 28 अक्टूबर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक पोस्ट शेयर किया था. जिसमें उन्होंने बिहार की तुलना बलात्कार से कर दी थी। इस पोस्ट में उन्होंने तेजस्वी यादव के एक पोस्ट को शेयर करते हुए 32 बार ‘बिहार= बलात्कार’ लिखा.
तेजस्वी के पोस्ट में राज्य में हुई दुष्कर्म की घटनाओं की एक पूरी लिस्ट तैयार की गई है. तेजस्वी ने इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा है “सुशासन के दुशासन से निजात की आस लगाती है. आज द्रौपदी चिल्लाती है.” इसी के साथ उन्होंने राज्य में हुई 20 दुष्कर्म की घटनाओं का जिक्र किया है
इसी मामले को लेकर अधिवक्ता सुधीर ओझा ने मुजफ्फरपुर कोर्ट में कंप्लेंट दर्ज कराया है। अधिवक्ता सुधीर ओझा ने कहा कि यह एक बिहारी के साथ भद्दा मजाक है। जो काम लालू यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से किया है, इससे वह काफी आहत हुए हैं। उनके पोस्ट से बिहार के लोगों की भावना को ठेस पहुंचा है।